स्वप्न दर्शन का भी फल होता है, इसका वर्णन रघुवंशम्महाकाव्य में प्राप्त होता है।
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स्वप्न दर्शन का भी फल होता है, इसका वर्णन रघुवंशम्महाकाव्य में प्राप्त होता है।
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स्वप्न दर्शन का भी फल होता है, इसका वर्णन रघुवंशम्महाकाव्य में प्राप्त होता है।
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चतुर्थ अध्याय में विभिन्न रूपों में नायक-नायिकाओं केमिलने की क्रिया जैसे चित्रदर्शन स्वप्न दर्शन और साक्षात मिलन आदि.
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वह तीन स्थितियों में प्रस्फुटित होता है-1. चित्र दर्शन, 2. स्वप्न दर्शन तथा 3. साक्षात दर्शन।
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मगर आपके इस स्वप्न की चर्चा उनसे करूँगा-उनके पास सपनो के अर्थ यथार्थ विश्लेषण का प्रचुर लोकार्जित ज्ञान है! बहरहाल आपका स्वप्न दर्शन शुभ हो!
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आठ दिनों तक चलने वाले इस पर्व में एक दिन स्वप्न दर्शन होता है, जिसमें उत्सव के साथ ' त्रिशाला देवी ' की पूजा तथा आराधना आदि भी की जाती है |
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बाह्यजगत् और मनोजगत्, ग्राम-जीवन और नगर-बोध, क्रान्तिदर्शी दृष्टि और मर्मभेदी दृष्टि, स्वप्न दर्शन और यथार्थ चित्रण,उत्पीड़न के प्रति आक्रोश और शोषितों के प्रति करुणा, व्यंग्य, कटाक्ष और विनोद सभी का संश्लेषण और समंजन देखने को मिलता है।
9.
दिव्या जी, सपने अक्सर सच होेते हैं, कुछ लोगो को घटना का पुर्वाभास होता है तो कुुछ को स्वप्न दर्शन, यदि धर्म की माने तो हमारे कुल देवता (देव पितर) यदि हमसे प्रसन्न है तो वे इस तरह के स्वप्न दिखाकर हमे सचेत करते है।
10.
कभी ये अपनी बूटियों से लोगों के रोग हरते हैं और बदले में जीवनभर उनका लहू मांगते हैं, कभी ये प्रसाद देकर ऐसी मुक्ति देते हैं कि जीवन-मरण के मोह से ही मुक्त हो कोई दुबारा दुनिया में पैर न रखना चाहे, तो कभी स्वप्न दर्शन से जनकल्याण की रोशनी का रास्ता बताते हैं.